फातिहा करने का आसान तरीका
फातिहा देने के लिए सबसे पहले वुजू का तरीका सीखे फिर वजू कर लें। वज़ू करने के बाद क़िब्ला रू (काबा शरीफ के तरफ मुंह करके) बैठ जाएँ जिस चीज़ पर फातिहा देना हो उसको सामने रख ले। सामने रखना सिर्फ मुबाह और जाइज़ है।
अगर वह चीज़ ढकी (pack) है तो उसे खोल (open) कर ले और लोबान अगरबत्ती सुलगाए (अगर मौजूद हो तो)। और फातिहा की चीजों से दूर रखे और मुस्तहब तरीका पर फातिहा (Fatiha) दे सबसे पहले शुरू और आखिर में 3 – 3 मर्तबा दुरुद शरीफ पढ़े।
दरूदे इब्राहिम – Darood e Ibrahim (3 बार पढ़े)
सुरह काफिरून – Surah Kafiroon (1 बार पढ़े)
सूरए इख़्लास – Surah Ikhlas (3 बार पढ़े)
सूरह फ़लक़ – Surah Falaq (1 बार पढ़े)
सूरह नास – Surah Naas (1 बार पढ़े )
सूरह फ़ातिहा – Surah Fatiha (1 बार पढ़े)
सूरह बक़रह – Surah Baqarah (1 बार पढ़े)
आयत ए खामसह – Aayat-e-Khamsah (1 बार पढ़े)
Darood e Ibrahim – दरूदे इब्राहिम
अल्लाहुम्मा सल्लि 'अला मुहम्मदीन व' अला' आलि मुहम्मदीन, कमा सल्लयता 'अला' इब्राहीमा व 'अला' आली 'इब्राहीमा,' इन्नका हमीदुन मजीद। अल्लाहुम्मा बारिक 'अला मुहम्मदीन व' अला 'आली मुहम्मदीन, कमा बारकता' अला 'इब्राहीमा व' अला' आली 'इब्राहीमा,' इन्नाका हमीदुन मजीद।
Darood E Ibrahim in Urdu
درود ابراہیمی اُردو
ئے ہمارے رب! حضرت محمد صلی االلہ علیہ وسلم اور اور انکے آلِ محمد پر رحمت رحمت نازل فرما۔ جس طرح تو نے حضرت ابراہیم علیھالسّلام اور آلِ ابراہیم پر رحمت رحمت نازل فرمایا تھا۔ بے شک تو قبل تعریف اور بزرگ والا ہے۔ اے ہمارے اللہ! حضرت محمد صلی اللہ علیہ وسلم اور آلِ محمد پر برکتیں نازل فرما۔ جس طرح تو نے حضرت ابراہیم علیہالسلام اور آلِ ابراہیم پر برکتیں نازل فرمایا تھا۔ بے شک تو قابل تعریف اور بزرگ والا ہے۔
Darood E Ibrahim in arbi text
اللَّهُمَّ صَلِّ عَلَى مُحَمَّدٍ وَعَلَى آلِ مُحَمَّدٍ كَمَا صَلَّيْتَ عَلَى إِبْرَاهِيمَ وَعَلَى آلِ إِبْرَاهِيمَ، إِنَّكَ حَمِيدٌ مَجِيدٌ،
اللَّهُمَّ بَارِكَ عَلَى مُحَمَّدٍ وَعَلَى آلِ مُحَمَّدٍ كَمَا بَارَكْتَ عَلَى إِبْرَاهِيمَ وَعَلَى آلِ إِبْرَاهِيمَ، إِنَّكَ حَمِيدٌ مَجِيدٌ
Darood E Ibrahim in English
Allahumma Salle ‘Alaa Muhammadinw Wa’Alaa Aali Muhammadin Kamaa Sallaeta ‘Alaa Ibraaheema Wa’Alaa Aaali Ibraaheema Innaka Hameedum Majeed.
Allahumma Baarik ‘Alaa Muhammadinw Wa’Alaa Aali Muhammadin Kamaa Baarakta ‘Alaa Ibraaheema Wa’Alaa Aaali Ibraaheema Innaka Hameedum Majeed.
Surah kafirun – सुरह काफिरून
कुल या अय्युहल काफिरून
ला अ अबुदु मा तअ’बुदून
वला अन्तुम आ बिदूना मा अ’अबुद
वला अना आबिदुम मा अबत तुम
वला अन्तुम आबिदूना मा अअ’बुद
लकुम दीनुकुम वलिय दीन
surah kafirun in English
Qul Ya Ayyuhal Kaafiroon
La Aa Budu Ma Ta’budoon
Wala Antum Abidoona Ma Aa’bud
Wala Ana Abidum Ma Abattum
Wala Antum Aabidoona Ma Aa’bud
Lakum Deenukum Waliya Deen
Surah Ikhlas – सूरए इख़्लास
कुल हुवल्लाहु अहद
अल्लाहुस्समद
लम यलिद वलम यूलद
वलम यकूल लहू कुफुवन अहद
Surah Ikhlas in English
Qul Huwal Laahu Ahad
Allahus Samad
Lam Yalid Walam Yoolad
Walam Yakul Lahu Kufuwan Ahad
Surah Falaq – सूरह फ़लक़
कुल आ ऊजू बिरब्बिल फलक
मिन शर्री मा खलक़
वा मिन शर्री गासिकिन इजा वकब
वा मिन शर्रीन नाफ्फासाती फिल उकद
वा मिन शर्री हसिदिन इज़ा हसद
Surah Falaq in English
Qul Aoozu Birabbil Flaq
Min Sharri Ma Khalaq
Wamin Sharri Gasiqin Iza Waqab
Wamin Sharrin Naffasati Fil Uqad
Wamin Sharri Hasidin Iza Hasad
Surah Naas – सूरह नास
कुल आउज़ू बी रब्बिन्नास
मलिकिन- नास
इलाहिन- नास
मिन शर्रिल वास्वसिल खन्नास
अल- लजी युवास्विसू फी सुदुरिन्नास
मीनल जिन्नती वन्नास
Surah Naas in English
Qul Aoozu Birabbin Naas
Malikin Naas
Ilahin Naas
Min Sharril Waswasil Khannas
Allazi Yuwaswisu Fi Sudoorin Naas
Minal Jinnati Wannas
Surah Fatiha – सूरह फ़ातिहा
अल्हम्दुलिल्लहि रब्बिल आलमीन
अर रहमा निर रहीम
मालिकि यौमिद्दीन
इय्याक न अबुदु व इय्याका नस्तईन
इहदिनस् सिरातल मुस्तक़ीम
सिरातल लज़ीना अन अमता अलय हिम
गैरिल मग़दूबी अलय हिम् व लद दाालीन (अमीन)
Surah Fatiha in English
Alhamdulillahi Rabbil Aalameen
Arrahmanir Raheem
Maliki Yaumiddeen
Iyyaka Nabudu Waiyyakanastain
Ihdinassiratal Mustaqeem
Siratallazina Anamta Alaihim
Ghairil Maghdubi Alaihim Waladdalleen
Surah Baqarah – सूरह बक़रह
अलीफ लाम मीम ज़ालिकाल किताबु ला रै बफ़ीह
हुदल लिल मुत्तकीन
अल्लज़ीना यूमिनूना बिल गैबि व युकिमुनस्सलाता व् मिम्मा रजकनाहुम् युनफिकुन
वल्ल्जीना यूमिनू ना बिमा उन्ज़िला इलैका वमा उन्ज़िला मिन क़ब्लिक व बिल आख़िरति हुम् युकिनून
उलाइका अला हुदम मिर रब्बि हिम व उलाइका हुमुल मुफ़लिहून।
Surah Baqarah in English
Alif-Laaam-Meeem
Zaalikal Kitaabu laa raiba feeh; hudal lilmuttaqeen
Allazeena yu’minoona bilghaibi wa yuqeemoonas salaata wa mimmaa razaqnaahum yunfiqoon
Wallazeena yu’minoona bimaa unzila ilaika wa maaa unzila min qablika wa bil Aakhirati hum yooqinoon
Ulaaa’ika ‘alaa hudam mir rabbihim wa ulaaa’ika humul muflihoon
Ayat e Khamsa – आयत ए खामसह
व इलाहुकुम इलाहुं वाहिद, लाइलाहा इल्ला हुवर्रहमानुर्रहीम
इन्ना रहमतल्लाहि क़रीबुम मिनल मुहसिनीन
वमा अरसल नाका इल्ला रहमतल लिल आलमीन
मा काना मुहम्मदुन अबा अहादिम मिंर रिजालिकुम वला किर रसूल्लाहि वखा तमन नबीय्यीन व कानल्लाहु बिकुल्लि शैइन अलीमा
इन्नल्लाहा व मलाई क त हू यूसल्लूना अलन्न् बिय्यि या अय्यु हल लज़ीना आ मनू सल्लू अलैहि व सल्लिमू तस्लीमा।
सुबहान रब्बिक रबिल इज्ज़ती अम्मा यासिफून व सलामुन अलल मुरसलीन वल हम्दो इल्लाही रब्बिल आलेमिन
Aurton Ka Fatiha Dene Ka Tarika / औरतों का फातिहा देने का तारिका
Fatiha ki Dua – बख़्शने का तरीका
अब फातिहा पढने वाला हाथ उठाकर बुलंद आवाज़ से “अल-फातिहा” कहे। फिर सब लोग आसिस्ता से आमीन कहे यानि इतनी आवाज़ से कहे की सिर्फ खुद सुने अब सुरह अल फातिहा पढ़े। अब फातिहा पढने वाला इस तरह ऐलान करे मेरे इस्लामी भाइयो! आप ने जो कुछ भी पढ़ा है उसका सवाब मुझे दे दीजिए। तमाम हज़िरिन कह दे “आप को दे दिया” अब फातिहा पढ़ने वाला इसाले सवाब कर दे।
अब दुआ के लिए हाथ उठाए
ए अल्लाह मैंने तेरे बारगाह में कुरान शरीफ की तिलावत की और दरूद शरीफ पढ़ा ए अल्लाह इसे पढ़ने में जो भी गलतिया हुई है इसे अपने फज्लो करम से माफ़ फरमा और इस सिरनि शरीफ और पानी का सबसे पहले इसका सवाब सरकारे दोआलम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के मुक़द्दस बारगाह में तोह्फतन हदियातन पेस करते है कबूल फरमा।
हज़रत आदम अलैहि वसल्लम से लेकर हज़रते इसा अलैहि वसल्लम तक कमो बेस एक लाख चौबीस हजार अम्बियाए मुर्सलीन के बारगाह में ये सिरनि शरीफ पेस करते है मौला कबूल फरमा हुजूर के शहाबा शहाबिया अहले बैत अतहार अज़्वाजे मोतहरात जुमला शहीदाने कर्बला जुमला शहाबा तबाईन तबे तबाईन आइममे मुजतहइन बुजुर्गाने दिन मुत्तक़ीन सालेहीन मोमेनीन के अरवाहे को पेस करते है कबूल फरमा।
इसका सवाब दस्तगीर रौशन जमीर हजरते गौसे आज़म रज़ि अल्लाहो तआला अन्हा और ख्वाजा ए ख्वाजा हिंदल वली अजमेरी चिस्ती के बारगाह में पेश करते है क़ुबूल फ़रमा इस दुनिया से जितनेभी मोमिन व् मोमिनात गुजर चुके है उनकी बखसीस फरमा और उनको जन्नत में आला से आला मकाम अता फरमा। ( आमीन सुम्मा आमीन )
बिल ख़ुसुस . . . . . . . . . . . . . . . . को इसका सवाब अता फरमा।
नोट – बिल ख़ुसुस के बाद जिसके नाम की फातिहा हो उसका नाम ले।
नोट – आप जिन जिन का नाम लेते है उनको ख़ुशी मिलती है अगर किसी का भी नाम ना ले सिर्फ इतना ही कह ले की या अल्लाह। इसका सवाब आज तक जितने अहले इमाम हुए उन सब को पहुंचा तब भी हर एक को पहुँच जाएगा।
अब दुआ ख़तम कर दीजिए। (अगर थोड़ा थोड़ा खाना और पानी निकला था तो वो दुसरे खानों और पानी में डाल दीजिए)।
Fatiha ka Tarika Related Questions
फातिहा किसको कहते है?
किसी नेक काम का सवाब जो हमको खुदा से मिलने वाला है वह किसी दुसरे को बकश देना इसी का नाम फातिहा है।
कब्रिस्तान पर फातिहा पढ़ने का तरीका?
फातिहा का तरीका सभी जगह एक ही पढ़ा जाता है हमने इस आर्टिकल शुरू से एक एक बात बताया हूँ जिसको सीखकर आप भी कब्रिस्तान पर फातिहा पढ़ सकते है।
हम आपको बता देना चाहते हैं, कुछ लोग समझते हैं, कि सिर्फ आदमी (Men) ही फातिहा दे सकते हैं, पर ऐसा नहीं है। अगर किसी कारण से फातिहा देने के लिए मर्द (Men) नही है, तो औरत(Women) भी फातिहा दे सकती है।