सूरह फ़ातिहा की तिलावत करने से अल्लाह के ग़ज़ब और गुस्से से बचा जा सकता है। सूरह यासीन क़यामत के दिन की प्यास को बुझा देती है। सूरह दुखान क़यामत की हौलनाकियों से रोकती है। सूरह वाक़िया फाका और तंगदस्ती को रोक देती है। सूरह मुल्क अज़ाबे क़ब्र को रोक देती है। सूरह कौसर दुश्मनों के झगड़ों से रोकती है।