As subh hu bada min tal'ati hii W-al-laylu dajaa min wafrati hee Hai noor-e-sahar chehre se tere
शबे बरात की 6 रकात नफ्ल नमाज का सही तरीका जानेंगे इस नमाज़ को हम सब शबे बरात की रात मगरिब की नमाज अदा करने के बाद पढ़ते हैं जो बहुत ही रहमत व बरकत भरी नमाज है।
NAMAZ E JANAZA फ़र्ज़ किफ़ाया है Namaz e Janaza “फ़र्ज़ किफ़ाया” है यानी कोई एक भी अदा कर ले तो सब जिम्मेदारी से बरी हो गए वरना जिन जिन को ख़बर पहुंची थी और नहीं आए वो सब गुनहगार होंगे। इस के लिये जमाअ़त शर्त नहीं एक शख़्स भी पढ़ ले तो फ़र्ज़ अदा हो गया। इस की फ़िर्ज़य्यत का इन्कार कुफ़्र है। (बहारे शरीअ़त, जि. 1, स. 825)
सजदा सहु क्या है ? सजदा सहु कैसे किया जाता है ? सजदा सहु कब वाजिब होता है ? जानते है आज के इस पोस्ट में ...
"Gali Gali Saj Gayi Shehar Shehar Saj gaya" "Aaye Nabi Pyare Nabi Mera bhi Ghar Saj gaya" "Duniya mein Jahan bhi rahein Aabad rahenge" "Jo Aamena ke Laal ka Milad karenge" "Sarkar ke Milad pe Kyun Aetraz hai" "Ye Baat Khushi ki hai Aur Tu Naraz hai" "Lagta hai Teri Daal mein Kala Zarur hai"
Phir Utha Walwala E Yaad E Mugheelaan E Arab Naat Sharif Lyrics naat.operaking.in