Here’s how Muslims perform the rituals of Hajj every year, following an ancient example.
शबे बरात की 6 रकात नफ्ल नमाज का सही तरीका जानेंगे इस नमाज़ को हम सब शबे बरात की रात मगरिब की नमाज अदा करने के बाद पढ़ते हैं जो बहुत ही रहमत व बरकत भरी नमाज है।
Happy Friday or an honored Friday is what is meant by Jumma in Islamic religion.
कुंडे की नियाज की हिकमते kunde kyon manae jaate hain ?
Shab E Meraj यह इस्लाम में एक मुक़द्दस रातो में से एक बरकत वाली रात हैं और इस शब् ए मेराज की कई Fazilat अल्लाह ने क़ुरान में और हदीसो में इसकी रिवायते हैं. Shab E Meraj is considered a blessed night in Islam, mentioned in the Quran and Hadith. It is the night when Prophet Muhammad (PBUH) ascended to the heavens, visiting various celestial places.
“ऐ ईमान वालो नशे की हालत में नमाज़ के करीब न जाओ यहाँ तक की समझने लगो जो कहते हो और न जनाबत की हालत में जब तक ग़ुस्ल न कर लो मगर सफर की हालत में कि वहाँ पानी न मिले तो ग़ुस्ल की जगह तयम्मुम है |
NAMAZ E JANAZA फ़र्ज़ किफ़ाया है Namaz e Janaza “फ़र्ज़ किफ़ाया” है यानी कोई एक भी अदा कर ले तो सब जिम्मेदारी से बरी हो गए वरना जिन जिन को ख़बर पहुंची थी और नहीं आए वो सब गुनहगार होंगे। इस के लिये जमाअ़त शर्त नहीं एक शख़्स भी पढ़ ले तो फ़र्ज़ अदा हो गया। इस की फ़िर्ज़य्यत का इन्कार कुफ़्र है। (बहारे शरीअ़त, जि. 1, स. 825)
ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है
One of the greatest Urdu Poets.National poet of Pakistan who penned 'Saare jahan se achaa hindustaan hamara', and 'Lab pe aati hai dua ban ke tamanna meri'.
Yaa Man Huwallahulladzii Laa Ilaaha Illallahu Awarrohmaanur Rohim Al Malikul Quddus Salaamul Mu’minul Muhaiminul ‘Aziizul Jabbaar
रमज़ान के महीने में ईद की नमाज़ से पहले फितरा देना हर हैसियतमंद मुसलमान पर फ़र्ज़ होता है. फितरा देने का तरीका