काबे की रौनक़ काबे का मंज़र अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर / Kabe Ki Raunaq Kabe Ka Manzar Allahu Akbar Allahu Akbar

kaa'be ki raunaq, kaa'be ka manzar allahu akbar, allahu akbar dekhu.n to dekhe jaau.n baraabar allahu akbar, allahu akbar

फिर के गली गली तबाह ठोकरें सब की खाए क्यूं / Fir Ke Gali Gali Tabah Thokren Sab Ki Khae Kyun

फिर के गली गली तबाह ठोकरें सब की खाए क्यूं दिल को जो अ़क़्ल दे ख़ुदा तेरी गली से जाए क्यूं रुख़्सत-ए-क़ाफ़िला का शोर ग़श से हमें उठाए क्यूं सोते हैं उन के साए में कोई हमें जगाए क्यूं बार न थे ह़बीब को पालते ही ग़रीब को रोएं जो अब नसीब को चैन कहो गंवाए क्यूं

मुस्तफ़ा-ए-ज़ात-ए-यकता आप हैं / Mustafa-e-Zaat-e-Yakta Aap Hain

mustafa-e-zaat-e-yakta aap hai.n yak ne jis ko yak banaaya, aap hai.n

बेहरे दीदार मुश्ताक़ है हर नज़र, दोनों आलम के सरकार आ जाइये / Behre Deedar Mushtaq Hai Har Nazar, Donon Aalam Ke Sarkaar Aa Jaiye

Aaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye Behre Deedar Mushtaq hai Har Nazar Donon Aalam ke Sarkar Aa Jaieye Aaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye

गुलशन गुलशन, सहरा सहरा, बात हुई मशहूर / Gulshan Gulshan, Sahraa Sahraa, Baat Hui Mashhoor

गुलशन गुलशन, सहरा सहरा, बात हुई मशहूर माह-ए-रबिउन्नूर ने बख़्शा रहमत का दस्तूर आया रबिउन्नूर, आया रबिउन्नूर आया रबिउन्नूर, आया रबिउन्नूर प्यारे नबी का नूर चला जब आदम की पेशानी से पुश्त-ए-ख़लीली तक पहुँचा है रहमत की तुग़्यानी से आदम ता ईसा कहते हैं आया रब का नूर

आए सरकार आए, मेरे दिलदार आए / Aae Sarkaar Aae, Mere Dildaar Aae

मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मरहबा मरहबा मरहबा आए सरकार आए, मेरे दिलदार आए मेरे ग़म-ख़्वार आए, मेरे लजपाल आए आज जश्न-ए-विलादत है सरकार का हम मनाएंगे मिल कर ब-हर-हाल भी मौसम-ए-पुर-बहाराँ महकने लगा और लाज़ा हुए दिल के अहवाल भी

मरहबा मरहबा ! आ गए रसूलुल्लाह / Marhaba Marhaba ! Aa Gae Rasoolullah

तू नाम-ए-नबी को चूम, तू इश्क़-ए-नबी में घूम है गली गली में धूम, तू नारा लगा के झूम झूमती है ये ज़मीं झूमता है आसमां मरहबा मरहबा ! आ गए रसूलुल्लाह मरहबा मरहबा ! आ गए रसूलुल्लाह

मीलाद रहेगा / Milaad Rahega

कोई गली ऐसी नहीं जो न सजी हो कोई भी घर ऐसा नहीं जो न सजा हो महफ़िलें दुरूद की, न्याज़ें नबी पाक की शरबत की सबीलें, मौला ने अता की नबी नबी नबी नबी नबी विर्द रहेगा मीलाद रहेगा, मीलाद रहेगा मीलाद रहेगा, मीलाद रहेगा

ये चाँद रबीउल-अव्वल का चमकाता है, चमकाएगा / Ye Chaand Rabiul-Awwal Ka Chakaata Hai, Chamkaega

ये चाँद रबीउल-अव्वल का चमकाता है, चमकाएगा ईमान-ओ-अक़ीदत का जल्वा दिखलाता है, दिखलाएगा

Balaghal Ula Bi Kamalihi Kasha Fadduja Bijamalihi (Sallu Alayhi Wa Aalihi)

Balaghal 'Ula Bi Kamalihi, Kasha Fadduja Bijamalihi Hasunat Jami'u Khisaalihi Sallu 'Alayhi Wa Aalihi Wo Kamaal-e-husn-e-huzoor Hay, Kay Gumaan-e-naqs Jahaan Naheen Yay-hee Phool Khaar Say Duur Hay, Yay-hee Sham'a Hai Kay Dhu-aan Naheen