दीवानों ! घर सजाओ, सरकार आ रहे हैं
नारे सभी लगाओ, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
आमद पे मुस्तफ़ा की सज्दे में जा के का'बा
कहता है सर, सर झुकाओ, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
शम्स-ओ-क़मर हुए हैं रौशन जहाँ में उन से
कुछ तुम भी उन से पाओ, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
प्यारे रज़ा ने सब को पैग़ाम ये दिया है
हक़ की तरफ़ बुलाओ, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
बज़्म-ए-नबी सजी है, आने में देर कैसी
दीवानों ! जल्द आओ, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
अश्क़ों को तुम बहा कर मीलाद-ए-मुस्तफ़ा में
दिल से गुनाह मिटाओ, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
तुझ से वक़ार नूरी ! मुनकर-नकीर कह दें
नात-ए-नबी सुनाओ, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
शायर:
वक़ार अहमद नूरी
नातख्वां:
शादाब रज़ा मन्ज़री