“या रब्बे मुस्तफा तु मुझे हज पे बुला” “आके में देख लूँ आँख से काबा तेरा” “तू बेहिसाब बख्श दे अत्तारे ज़ार को” “तुझको नबी का वास्ता या रब्बे मुस्तफा”
“हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे हाल में सरकार का मीलाद करेंगे” is a famous Naat. The lyrics are: “हम अपने नबी पाक से यूं प्यार करेंगे हर हाल में सरकार का मीलाद करेंगे” “शाने रसूले पाक सुनाते ही रहेंगे लबों पर दुरूद ए पाक सजाते ही रहेंगे”
"हम को बुलाना या रसूलल्लाह हम को बुलाना या रसूलल्लाह" "कभी तो सब्ज़ गुम्बद का उजाला हम भी देखेंगे" "हमें बुलवाऐंगे आक़ा मदीना हम भी देखेंगे" "तड़प उठेगा ये दिल या धड़कना भूल जाऐगा" "दिले बिस्मिल का उस दर पर तमाशा हम भी देखेंगे" "अदब से हाथ बांध के उनके रोज़ पर खड़े होंगे"
"फ़िदा गां या रसूलल्लाह, फ़िदा गां या रसूलल्लाह लब्बैक लब्बैक लब्बैक लब्बैक लब्बैक लब्बैक" "हम सर पे कफ़न बांधे मैदान में निकले हैं" "हर Des Main Gunjega Ab Ya Rasool Allah Har Shaks Pukarega Ab Ya Rasool Allah" "Hum Sari Duniya Main Halchal Si Machadenge"
“ए ख़त्म-ए-रुसूल ! मक्की-मदनी ! कौनैन में तुम सा कोई नहीं” “ए नूर-ए-मुजस्सम ! तेरे सिवा महबूब ख़ुदा का कोई नहीं” “अवसाफ़ तो सब ने पाए हैं, पर हुस्न-ए-सरापा कोई नहीं” “आदम से जनाब-ए-ईसा तक सरकार के जैसा कोई नहीं” “ये शान तुम्हारी है, आक़ा ! तुम अर्श-ए-बरीं पर पहुँचे हो”
कोई दुनिया-ए-अता में नहीं हमता तेरा | तज़मीन - वाह ! क्या जूद-ओ-करम है, शह-ए-बतहा ! तेरा / “Jhidkiya Khaaye Kaha Chchod Ke Sadqa Tera” “Kuch Bashar Hone Ke Naate Tujhe Khud Sa Jane” “Aur Kuch Mahaz Payaami Hi Khuda Ka Jaane” “Inki Aukaat Hi Kya Hai Ke Ye Itna Jaane” “Farsh Waly Teri Shaukat Ka Uloo
जो भी दुश्मन है मेरे रज़ा का जल रहा था जला है जलेगा / Jo Bhi Dushman Hai Mere Raza Ka Jal Raha Tha Jala Hai Jalega
वो नबियों में रहमत लक़ब पाने वाला / Wo Nabiyon Mein Rehmat Laqab Pane Wala (All Versions) Naat E Paak
मुस्तफ़ा के पाले हैं हम बरेली वाले हैं / Mustafa Ke Pale Hain Hum Bareilly Wale Hain
ये रज़ा का चमन है रज़ा का चमन / Ye Raza Ka Chaman Hai Raza Ka Chaman Aala Hazrat Ahmad Raza naat.operaking.in
सुन्नियों का नारा है अहमद रज़ा हमारा है / Sunniyon Ka Nara Hai Ahmad Raza Hamara Hai
इश्क़-ओ-मोहब्बत की है अलामत रौज़ा आला हज़रत का | मेरे आला हज़रत का / Ishq-o-Mohabbat Ki Hai Alamat Rauza Ala Hazrat Ka | Mere Ala Hazrat Ka