Habibi ya muhammad Rahmatun lil alamin arabic naat sharif

Habibi ya muhammad Rahmatun lil alamin arabic naat sharif

मदीना छोड़ आए हैं / Madina Chhod Aaye Hain | Madina Chor Aaye Hain

“Madina Chor Aaye Hain” by Ali Hassan Sajjad“Madina Chor Aaye Hai” by Syed Hassan Ullah Hussaini“Madina Chor Aaya Hun” by Hafiz Ghulam Mustafa Qadr

ए सब्ज़ गुम्बद वाले ! मंज़ूर दुआ करना / Ai Sabz Gumbad Waale ! Manzoor Dua Karna

"Ae sabz gumbad wale manzoor dua karna""Jab waqt e nazah aye deedar ataa karna""Ae Noor e Khuda aakar ankhoon mein sama jana""Ya dar pe bula lena ya khawab main aa jana""Ae parda nasheen dil ke parde mein raha kerna"

surah naas with hindi translation | सूरह फलक हिंदी तर्जुमा के साथ

"हे नबी! कहो कि मैं इन्सानों के परवरदिगार की पनाह में आता हूँ।""जो सारे इन्सानों का मालिक है।""जो सारे इन्सानों का माबूद है।""वस्वसा डालने वाले और छुप जाने वाले के बुराई शर से।""जो लोगों के दिलों में भ्रम (वस्वसा) डालता रहता है।""जो जिन्नों में से हो या फिर इंसानों मे से।"

Surah Falaq With Hindi Translation | सूरह फलक हिंदी तर्जुमा के साथ

"कह दीजिये की मैं सुबह के रब की पनाह चाहता हूँ।""तमाम मख़लूक़ात के शर से।""और अँधेरी रातो के शर से जब कि उस की तारीकी फ़ैल जाये।""और उन सभी औरतों के शर से जो लोग गिरहों में फूंक मारती है।""और हसद करने वाले के शर से जब वो हसद करने लगे।"

Charon Qul With Hindi Translation | चारो कुल हिंदी तर्जुमा के साथ

सूरह अल-फलक़मैं सुबह के रब कि पनाह लेता हूँ।तमाम मखलूक के शर से तरह कि बुराई से जो उसने पैदा कि मैं पनाह माँगता हूँ।और अंधेरे की बुराई से जब वह सुलझ जाए।और गांठों में धौंकनी की बुराई से।सूरह काफिरून

Surah Kausar Translation In Hindi | सूरह कौसर और उसका तर्जुमा

Surah Kausar का हिंदी में अनुवाद है "बेशक हमने आपको कौसर अता किया"। कौसर का अर्थ है "बहुत सारी भलाई" और जन्नत में एक नदी का नाम भी है।सूरह कौसर मक्का में तब उतरी जब मक्का के निवासियों ने नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) को उनकी जाति से अलग कर दिया क्योंकि उन्होंने मूर्तिपूजा की परंपरा का खंडन किया था।

Surah Al-Waqia Hindi Translation | सूरह वाक़िया हिन्दी तरजुमे के साथ

"बिस्मिल्ला हिर रहमानिर रहीम" - अल्लाह के नाम से, जो अत्यन्त कृपाशील तथा दयावान् है"इज़ा वक अतिल वाकिअह" - उस वक़्त को याद करो जब क़यामत घटित हो जाएगी"लैसा लिवक अतिहा काज़िबह" - जिस के घटित होने में कोई झूट नहीं"हम ने ही तुम को पैदा किया तो फिर तुम (दोबारा जिंदा किये जाने को) सच क्यूँ नहीं मानते हो ?"

सूरह-दुख़ान हिंदी में | Surah Ad-Dukhan in Hindi

ह़ा मीमशपथ है इस खुली पुस्तक कीहमने ही उतारा है इसे एक शुभ रात्रि मेंवास्तव में, हम सावधान करने वाले हैंइस रात में हर हिक्मत (तत्वदर्शिता) वाला मामला तै किया जाता हैवे तो उस जगत्-शासक के पक्के और अटल फैसले होते हैं जो सुनने वाला, सर्वज्ञ और तत्त्वदर्शी हैउससे लड़ना कोई खेल नहीं है