ab to bas ek hi dhun hai ki madina dekhu.nab to bas ek hi dhun hai ki madina dekhu.naaKHri 'umr me.n kya raunaq-e-duniya dekhu.nab to bas ek hi dhun hai ki madina dekhu.n
munawwar meri aankho.n ko, mere shamsudduha ! kar de.nGamo.n ki dhoop me.n wo saaya-e-zulf-e-dota kar de.njaha.n-baani 'ata kar de.n, bhari jannat hiba kar de.nnabi muKHtaar-e-kul hai.n, jis ko jo chaahe.n 'ata kar de.n
kaa'be ki raunaq, kaa'be ka manzarallahu akbar, allahu akbardekhu.n to dekhe jaau.n baraabarallahu akbar, allahu akbar
फिर के गली गली तबाह ठोकरें सब की खाए क्यूंदिल को जो अ़क़्ल दे ख़ुदा तेरी गली से जाए क्यूंरुख़्सत-ए-क़ाफ़िला का शोर ग़श से हमें उठाए क्यूंसोते हैं उन के साए में कोई हमें जगाए क्यूंबार न थे ह़बीब को पालते ही ग़रीब कोरोएं जो अब नसीब को चैन कहो गंवाए क्यूं
mustafa-e-zaat-e-yakta aap hai.nyak ne jis ko yak banaaya, aap hai.n
Aaqa aa Jaiye Aaqa aa JaiyeAaqa aa Jaiye Aaqa aa JaiyeBehre Deedar Mushtaq hai Har NazarDonon Aalam ke Sarkar Aa JaieyeAaqa aa Jaiye Aaqa aa JaiyeAaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye
सरकार-ए-दो-आलम आते हैं, हर ज़ुल्म मिटाया जाएगागिरतों को उठाया जाएगा, रोतों को हँसाया जाएगाहर दौर लगाए पाबंदी, हर अहद करे नाकाबंदीमीलाद मनाया जाता था, मीलाद मनाया जाएगा
गुलशन गुलशन, सहरा सहरा, बात हुई मशहूरमाह-ए-रबिउन्नूर ने बख़्शा रहमत का दस्तूरआया रबिउन्नूर, आया रबिउन्नूरआया रबिउन्नूर, आया रबिउन्नूरप्यारे नबी का नूर चला जब आदम की पेशानी सेपुश्त-ए-ख़लीली तक पहुँचा है रहमत की तुग़्यानी सेआदम ता ईसा कहते हैं आया रब का नूर
स़ल्ले अ़ला नबिय्येना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिनस़ल्ले अ़ला ह़बीबेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिनस़ल्ले अ़ला शफीएना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिनस़ल्ले अ़ला नबिय्येना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन
मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा !मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा !मरहबा मरहबा मरहबा मरहबाआए सरकार आए, मेरे दिलदार आएमेरे ग़म-ख़्वार आए, मेरे लजपाल आएआज जश्न-ए-विलादत है सरकार काहम मनाएंगे मिल कर ब-हर-हाल भीमौसम-ए-पुर-बहाराँ महकने लगाऔर लाज़ा हुए दिल के अहवाल भी
नबी-ए-मुअज़्ज़म, हबीब-ए-मुकर्रम ब-सद शान ख़ैरुल-अनाम आ रहा हैफ़लक से मलक आ गए हैं ज़मीं पर, ख़ुदा का दुरूद-ओ-सलाम आ रहा है
रल ख़ुशियाँ यार मनाओ, अल्लाह ने करम कमायासाडा कमली वाला आयाअज होइयाँ चार चुफेरे ओहदे करम दियाँ बरसाताँहोया नूर दा नूरी चानन, सब मुकियाँ कालियाँ राताँतुसी फ़र्शियो फ़र्श सजाओ, अल्लाह वी अर्श सजायासाडा कमली वाला आया












