Aye deen-e-haq ke rahbar ! Tum par salam har dam || अये दीन-ए-हक़ के रहबर ! तुम पर सलाम हर दम || اے دین حق کے رہبر ! تم پر سلام ہر دم || Lyrics

aye deen-e-haq ke rahbar ! tum par salaam har dammere shafee'-e-mahshar ! tum par salaam har damis be-kas-o-khazee par, jo kuchh guzar rahi haizaahir hai sab wo tum par, tum par salaam har dambanda tumhaare dar ka, aafat me.n mubtala hairaham aye habeeb-e-daawar ! tum par salaam har dam

मौला या स़ल्ली व सल्लिम दाइमन अबदन (क़सीदा बुर्दा शरीफ) / Maula Ya Salli Wa Sallim Daiman Abadan (Qaseeda Burda Sharif)

मौला या स़ल्ली व सल्लिम दाइमन अबदनअ़ला ह़बीबिक ख़ैरिल-ख़ल्क़ि कुल्लिहिमिमुह़म्मदुन सय्यिदुल-कौनैनी वस्सक़लयनिवल्फरीक़यनि मिन उ़र्बि-व्व-मिन अ़जमी

शह-सवार-ए-कर्बला की शह-सवारी को सलाम / Shah-Savaar-e-Karbala Ki Shah-Savaari Ko Salam

शह-सवार-ए-कर्बला, शह-सवार-ए-कर्बलाअस्सलाम - अस्सलाम या इमाम आली मक़ामअस्सलाम - अस्सलाम या इमाम आली मक़ाम

आक़ा ! ले लो सलाम अब हमारा / Aaqa ! Le Lo Salaam Ab Hamaara

आक़ा ! ले लो सलाम अब हमारासबा ! तू मदीने जा के कहना ख़ुदारा !ग़म से हैं टूटे हुए, इस्याँ में डूबे हुएकर दो करम या नबी ! हैं हाथ फैले हुएरोज़-ए-महशर उम्मती का आप ही सहारा

ए हबीब ! अहमद-ए-मुज्तबा ! दिल-ए-मुब्तला का सलाम लो / Ai Habeeb ! Ahmad-e-Mujtaba ! Dil-e-Mubtala Ka Salaam Lo

ए हबीब ! अहमद-ए-मुज्तबा ! दिल-ए-मुब्तला का सलाम लोजो वफ़ा की राह में खो गया, उसी गुम-शुदा का सलाम लोमैं तलब से बाज़ न आऊँगा, तू करम का हाथ बढ़ाए जाजो तेरे करम से है आश्ना, उसी आश्ना का सलाम लो

ए शहंशाह-ए-मदीना ! अस्स़लातु वस्सलाम / Ai Shanshah-e-Madina ! Assalaatu Wassalaam

ए शहंशाह-ए-मदीना ! अस्स़लातु वस्सलामज़ीनत-ए-अर्श-ए-मुअ'ल्ला ! अस्स़लातु वस्सलाम'रब्बी ह़बली उम्मती' कहते हुए पैदा हुएहक़ ने फ़रमाया के बख़्शा, अस्स़लातु वस्सलाम