जहाँ-बानी अता कर दें भरी जन्नत हिबा कर दें | मुनव्वर मेरी आँखों को मेरे शम्सुद्दुहा कर दें / Jahan-bani Ata Kar Den Bhari Jannat Hiba Kar Den | Muanaw

munawwar meri aankho.n ko, mere shamsudduha ! kar de.n Gamo.n ki dhoop me.n wo saaya-e-zulf-e-dota kar de.n jaha.n-baani 'ata kar de.n, bhari jannat hiba kar de.n nabi muKHtaar-e-kul hai.n, jis ko jo chaahe.n 'ata kar de.n

बेहरे दीदार मुश्ताक़ है हर नज़र, दोनों आलम के सरकार आ जाइये / Behre Deedar Mushtaq Hai Har Nazar, Donon Aalam Ke Sarkaar Aa Jaiye

Aaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye Behre Deedar Mushtaq hai Har Nazar Donon Aalam ke Sarkar Aa Jaieye Aaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye

सरकार-ए-दो-आलम आते हैं, हर ज़ुल्म मिटाया जाएगा / Sarkaar-e-Do-Aalam Aate Hain, Har Zulm Mitaya Jaaega

सरकार-ए-दो-आलम आते हैं, हर ज़ुल्म मिटाया जाएगा गिरतों को उठाया जाएगा, रोतों को हँसाया जाएगा हर दौर लगाए पाबंदी, हर अहद करे नाकाबंदी मीलाद मनाया जाता था, मीलाद मनाया जाएगा

गुलशन गुलशन, सहरा सहरा, बात हुई मशहूर / Gulshan Gulshan, Sahraa Sahraa, Baat Hui Mashhoor

गुलशन गुलशन, सहरा सहरा, बात हुई मशहूर माह-ए-रबिउन्नूर ने बख़्शा रहमत का दस्तूर आया रबिउन्नूर, आया रबिउन्नूर आया रबिउन्नूर, आया रबिउन्नूर प्यारे नबी का नूर चला जब आदम की पेशानी से पुश्त-ए-ख़लीली तक पहुँचा है रहमत की तुग़्यानी से आदम ता ईसा कहते हैं आया रब का नूर

स़ल्ले अ़ला नबिय्येना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन (धूम मची है हर तरफ़, पैदा हुए हैं मुस्तफ़ा) / Salle Ala Nabiyyena, Salle Ala Muhammadin (Dhoom Machi Hai H

स़ल्ले अ़ला नबिय्येना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन स़ल्ले अ़ला ह़बीबेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन स़ल्ले अ़ला शफीएना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन स़ल्ले अ़ला नबिय्येना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन

आए सरकार आए, मेरे दिलदार आए / Aae Sarkaar Aae, Mere Dildaar Aae

मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मरहबा मरहबा मरहबा आए सरकार आए, मेरे दिलदार आए मेरे ग़म-ख़्वार आए, मेरे लजपाल आए आज जश्न-ए-विलादत है सरकार का हम मनाएंगे मिल कर ब-हर-हाल भी मौसम-ए-पुर-बहाराँ महकने लगा और लाज़ा हुए दिल के अहवाल भी

नबी-ए-मुअज़्ज़म, हबीब-ए-मुकर्रम ब-सद शान ख़ैरुल-अनाम आ रहा है / Nabi-e-Muazzam, Habib-e-Mukarram Ba-sad Shaan Khairul-Anaam Aa Raha Hai

नबी-ए-मुअज़्ज़म, हबीब-ए-मुकर्रम ब-सद शान ख़ैरुल-अनाम आ रहा है फ़लक से मलक आ गए हैं ज़मीं पर, ख़ुदा का दुरूद-ओ-सलाम आ रहा है

साडा कमली वाला आया / Saada Kamli Waala Aaya

रल ख़ुशियाँ यार मनाओ, अल्लाह ने करम कमाया साडा कमली वाला आया अज होइयाँ चार चुफेरे ओहदे करम दियाँ बरसाताँ होया नूर दा नूरी चानन, सब मुकियाँ कालियाँ राताँ तुसी फ़र्शियो फ़र्श सजाओ, अल्लाह वी अर्श सजाया साडा कमली वाला आया

सरकार आ रहे हैं / Sarkaar Aa Rahe Hain

दीवानों ! घर सजाओ, सरकार आ रहे हैं नारे सभी लगाओ, सरकार आ रहे हैं सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं आमद पे मुस्तफ़ा की सज्दे में जा के का'बा कहता है सर, सर झुकाओ, सरकार आ रहे हैं सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं सरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं

मीलाद-ए-मुस्तफ़ा का जश्न हम मनाएंगे / Milaad-e-Mustafa Ka Jashn Ham Manaenge

आई ईदों की ईद है, ईद-ए-मीलादुन्नबी मुझ को बड़ी ख़ुशी है, आमिना के लाल आ गए क्यूँ ना मैं मुस्कुराऊँ ! आमिना के लाल आ गए आए नबी मेरे नबी ! नबी नबी आए नबी मेरे नबी आए नबी, प्यारे नबी, मेरे नबी, मीठे नबी

ए शह-ए-अबरार ! अहलंव्व-सहलन मरहबा / Ai Shah-e-Abraar ! Ahlan-Wa-Sahlan Marhaba

अहलंव्व-सहलन मरहबा, अहलंव्व-सहलन मरहबा अहलंव्व-सहलन मरहबा, अहलंव्व-सहलन मरहबा ए शह-ए-अबरार ! अहलंव्व-सहलन मरहबा ए मेरे सरदार ! अहलंव्व-सहलन मरहबा महबूब-ए-ग़फ़्फ़ार ! अहलंव्व-सहलन मरहबा मख़्ज़न-ए-अनवार ! अहलंव्व-सहलन मरहबा ए शह-ए-अबरार ! अहलंव्व-सहलन मरहबा ए मेरे सरदार ! अहलंव्व-सहलन मरहबा